मिशन चंद्रयान-2, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) द्वारा चलाई गई एक महत्वपूर्ण अंतरिक्ष मिशन थी जिसका उद्देश्य चंद्रमा पर लैंडर विकसित करके उसे स्थायी रूप से बैठाना था। मिशन का प्रमुख लक्ष्य चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर स्थित अयानस्वरूप क्रेटर 'विक्रम' में लैंडिंग करना था, जिसमें एक रोवर भी शामिल था जो चंद्रमा की सतह की जांच करता।
यह मिशन 2019 में लॉन्च किया गया था, लेकिन दुर्भाग्यवश लैंडर 'विक्रम' चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक नहीं लैंड कर सका। लेकिन रोवर 'प्रग्यान' अपनी कार्यशीलता से चंद्रमा की सतह पर उच्चाधिकारित कार्य करता रहा है और वैज्ञानिकों को मूलभूत जानकारी प्राप्त करने में मदद कर रहा है।
इस मिशन से भारत ने चंद्रयान पर और अधिक जानकारी प्राप्त करने की प्रयास किया और अंतरिक्ष अनुसंधान में अपनी महत्वपूर्ण उपस्थिति को स्थापित किया।